स्टॉक मार्केट में निवेश करने से पहले जान लीजिये ये सभी बाते नहीं तो डूब सकते है आपके सारे पैसे :

 स्टॉक मार्केट में निवेश करने से पहले किसी को क्या सावधानी रखनी चाहिए? 
पहली बार शेयर बाजार में कर रहें है निवेश तो जान लें ये बातें

शेयर बाजार में निवेश करने से पहले क्या - क्या सावधानिया बरतनी चाहिए , शेयर खरीदने से पहले कौन सी बातो का ध्यान देना चाहिए। शेयर बाजार में पैसे नुकसान होने से कैसे बचाये (आज समझेंगे विस्तार से इस पोस्ट में )

कुछ लोग शेयर बाजार में निवेश कर के आमिर बन जाते है और कुछ लोग कंगाल हो जाते है तो ऐसा क्यों होता है।  किसी अच्छी कंपनी के शेयर कई लोगो को रोडपति से करोड़पति बना देते है तो कुछ पैनी स्टॉक्स (जिस स्टॉक की वैल्यू 10 रुपये या इससे कम हो वो पेनी स्टॉक्स होते है ) आपका सारा पैसा डूबा देते है।  

और एक बात ये भी सच है की शेयर बाजार में 80 % - 90 % नए निवेशक किसी के कहने पर या यूट्यूब पर वीडियो देखकर निवेश कर देते है जो की बिलकुल गलत तरीका है इस प्रकार से अगर आप निवेश करेंगे तो आप अपना पैसा नुकसान कर बैठेंगे,अगर आप शेयर बाजार में निवेश करके अच्छा पैसा कामना चाहते है तो आपको खुद से रिसर्च करना होगा शेयर मार्किट को अच्छे से समझना होगा तभी आप शेयर बाजार से पैसा कमा पाओगे  


आपको को किसी भी कंपनी के शेयर में निवेश करने से पहले कंपनी के बिज़नेस मोडल, फंडामेंटल एनालिसिस , बैलेंस शीट , कॅश फ्लो स्टेटमेंट, और इनकम स्टेटमेंट को रिसर्च करके निवेश करना चाहिए। 

और इन सभी बातों के काफी सारे उदाहरण बाजार में पहले से ही मौजूद हैं जैसे राकेश झुनझुनवाला, राधाकृष्ण दमानी, रामदेव अग्रवाल, डॉली खन्ना (ये वो लोग हैं जो सिर्फ शेयर मार्केट से करोड़पति बने हैं)

कई उदाहरण भी पहले से मौजूद है जैसे की - RadhaKishan Damani ,Rakesh Jhunjhunwala. , Ramesh Damani, Ramdeo Agrawal, Vijay Kedia, Nemish Shah, Porinju Veliyath, Dolly Khanna.  ( ये वो लोग जो शेयर बाजार में निवेश कर करोड़पति बने है )

शेयर बाजार में निवेश करने से पहने किन- किन बातो का ध्यान रखना चाहिए आज इसी के बारे में विस्तार से जानेंगे।  


इस पोस्ट में आप जानेंगे-

1. सही डिमैट अकाउंट चुने
2. सिर्फ चार्ट पेटर्न देखकर निवेश ना करें
3. फंडामेंटल एनालिसिस करे
4. टेक्निकल एनालिसिस करे
5. खुद से रिसर्च करके शेयर खरीदना चाहिए 
6. कंपनी का बिजनेस समझने की कोशिश करें 
7. वार्षिक रिपोर्ट पढ़ें 
8. सुनिश्चित करें कि कंपनी का नेट प्रॉफिट साल दर साल बढ़ना चाहिए 
9. कंपनी पर ज्यादा कर्ज भी नहीं होना चाहिए 
10. कंपनी का कैश फ्लो पॉजिटिव होना चाहिए 
11. किसी भी कंपनी की सब्सिडियरी ज्यादा नहीं होना चाहिए 
12. शेयर की इंटरिंसिक वैल्यू पता करके उसमें निवेश करें 
13.  प्रोडक्ट मार्जिन अच्छा होना चाहिए 
14.  पोर्टफोलियो को डायवर्सिफाई करें
15.  पेनी स्टॉक्स या सस्ते शेयर खरीदने के चक्कर में ना पड़े 
16. कभी भी शेयर बाजार में पूरा पैसा निवेश ना करें 
17.  जिस सेक्टर को आप समझते हैं उसमें निवेश करें 
18. निवेश करने से पहले इन उपयोगी वेबसाइट के जरिए शेयर की जांच करें  
19.  ट्रेंड को देखकर निवेश करें 
20.  सेक्टर की लीडर कंपनी का शेयर खरीद सकते है।


1. सही डिमैट अकाउंट चुने:- 

अगर आप शेयर बाजार में निवेश करना चाहते है तो सबसे पहले आपको एक Demat Account खुलवाना होगा। और Demat Account  आपको किसी भरोसेमंद कंपनी में खुलवाना होगा। अगर आप किसी भी गलत कंपनी में Demat अकाउंट खुलवा लेते है तो आपको कई समस्याओ का सामना करना पड़ सकता है जैसे कि: कस्टमर Support ठीक न होना ,छुपे हुए चार्ज , पैसे Demat अकाउंट में Add और Withdraw करने में Error जैसी समस्याओ का सामना करना पड़ सकता है

ये रहे कुछ भरोसेमंद ब्रॉकर जैसे -( Zerodha, Angel-one, Upstox, 5paisa,)

अगर पर्सनली मेरी बात करे तो मेरा उपस्टेक्स में दमत खाता खुला हुआ है मै उपस्टेक्स के जरिये ही शेयर बाजार में निवेश करता हु और देखा जाये इसके चरगज भी दूसरे ब्रॉकर से ठीक है। बाकि अगर आप भी दमत अकाउंट खोलना चाहते है तो ऊपर दिए हुए विकल्पों में से कोई भी एक चुन सकते है।

2. सिर्फ चार्ट पेटर्न देखकर निवेश ना करें:-

जब आप दमत अकाउंट खुलवा लेते है तो आपका सबसे पहला कदम होता है सही शेयर को चुनना और सही शेयर को खरीदना।


लेकिन कुछ लोग शुरुआती दौर में गलती करते है कि जिस शेयर का मूल्य लगातार ऊपर जा रहा होता है। उस शेयर को खरीद लेते है इसका मतलब अधिकतर लोग केवल शेयर का चार्ट देखकर शेयर खरीद लेते है। जिसके कारण लोगो का पैसा डूब जाता है , क्यों कि वो सही शेयर का चुनाव नहीं करते अच्छे से रिसर्च नहीं करते। 

अगर किसी भी शेयर का प्राइस लगातार ऊपर जा रहा है तो आपको उसके बारे में जानना होगा कि शेयर का प्राइस किस वजह से ऊपर जा रहा है। 

किसी भी शेयर का प्राइस ऊपर या निचे जाने का कोई न कोई कारण जरूर होता है ।  जिसे कि आपको पता करना होगा। अधिकतर शेयर का प्राइस ऊपर या निचे तब जाता है जब कंपनी के फाइनेंसियल नंबर का अनाउंसमेंट या फिर क्वार्टरली रिजल्ट पेश होता है। इसके वजह से उस कंपनी के  शेयर में उतार-चढाव देखने को मिलता है। 

और यह अधिकतर कंपनियों के शेयर के साथ होता है। इसलिए आपको केवल चार्ट को देखकर किसी भी शेयर में निवेश नहीं करना है। 
  

3. फंडामेंटल एनालिसिस करे:-

फंडामेंटल एनालिसिस शेयर बाजार में निवेश करने के लिए एक महत्वपूर्ण तकनीक है। यह उन आँकड़ों का विश्लेषण करता है जो कंपनी की वास्तविक स्थिति और आर्थिक अवस्था को दर्शाते हैं। इस तकनीक के माध्यम से, निवेशक सही समय पर निवेश कर सकते हैं और अच्छे लाभ हासिल कर सकते हैं। नीचे दिए गए चरणों को फॉलो करके फंडामेंटल एनालिसिस किया जा सकता है:

  • कंपनी के विवरण का अध्ययन करें: निवेश करने से पहले कंपनी के बारे में जानकारी हासिल करें। इसमें कंपनी का नाम, क्षेत्र, उत्पाद, वित्तीय स्थिति आदि शामिल होता है।
  • आर्थिक विश्लेषण करें: इस तकनीक में, आपको कंपनी की आर्थिक स्थिति का विश्लेषण करना होगा। आपको कंपनी की आय, निवेश, कर, ऋण और अन्य वित्तीय आँकड़ों का विश्लेषण करना होगा।
  • उद्योग विश्लेषण - कंपनी के वित्तीय स्थिति के अलावा, उद्योग के नए अवसरों, निवेश के स्तर और अन्य उपयोगी घटकों की जांच करें।

4. टेक्निकल एनालिसिस करे:-

टेक्निकल एनालिसिस के माध्यम से शेयर बाजार में निवेश करने के लिए निम्नलिखित कदमों का पालन कर सकते हैं:

  • चार्ट्स की विश्लेषण: इस पहलू में, आप शेयर मूल्यों के चार्ट का विश्लेषण करते हुए, शेयर के गतिशीलता, समर्थन और प्रतिरोध क्षेत्र और विभिन्न तकनीकी संकेतों का अध्ययन कर सकते हैं।
  • टेक्निकल इंडिकेटर का उपयोग: टेक्निकल इंडिकेटर शेयर मूल्यों के विभिन्न पहलुओं का मूल्यांकन करने के लिए उपयोग किए जाते हैं। इनमें से कुछ उदाहरण हैं - मूविंग एवरेज, RSI, MACD आदि।
  • ट्रेंड लाइनों का उपयोग: ट्रेंड लाइन शेयर मूल्यों की दिशा और मूल्य के बदलाव को दर्शाते हैं।
  • चुनाव और निवेश करने का फैसला: अंत में, टेक्निकल एनालिसिस के आधार पर आप शेयर बाजार में निवेश के लिए अपना फैसला ले सकते हैं।

5. खुद से रिसर्च करके शेयर खरीदना चाहिए :-

आप जब भी शेयर मार्किट में निवेश करते हो तो ध्यान रखे की किसी टीवी ,न्यूज़ चैनलो, या किसी एक्सपर्ट का सलाह सुनकर आपको शेयर में निवेश नहीं करना है।


क्यों की ज्यादातर ऐसा होता है की टीवी, न्यूज़ चैनलो पर ये बताया जाता है की इस शेयर का प्राइस बढ़ने वाला है या ऊपर जाने वाला है लेकिन अगले दिन सेम उसका उल्टा होता है। और लोगो का पैसा नुकसान हो जाता है।

लेकिन हर बार ऐसा भी नहीं होता है कई बार हो सकता की एक्सपर्ट के बताये हुए शेयर में कुछ समय के लिए लाभ हो जाय लेकिन फिर भी खुद की समझदारी से रिसर्च कर के निवेश करे। तभी आप एक सफल निवेशक बन सकते है।

आपको फंडामेंटल एनालिसिस , टेक्निकल एनालिसिस , चार्ट रीडिंग , करना सीखना होगा । अगर आप शेयर मार्किट में महारथ हासिल करना चाहते है तो फंडामेंटल एनालिसिस जरूर करे।

साथ ही साथ टेक्निकल एनालिसिस भी आपके लिए उतना ही महत्वपूर्ण रोल निभाता है एक सफल निवेशक बनने के लिए टेक्निकल एनालिसिस से आपको शेयर का मूड पता चलता है। इसमें आप इंडिकेटर, स्टॉप लोस्स, कैंडिलिस्टिक चार्ट, मूविंग एवरेज , RSI , जैसे इंडिकेटर को सिख सकते है।

सफल निवेशकों की बाते - अभी तक शेयर बाजार में जितने लोग भी करोड़पति बने है या धनवान बने चाहे वो राकेश झुनझुनवाला हो जिन्हे शेयर मार्किट का बिग बुल कहा जाता था या फिर कोई भी हो इन लोगो ने शेयर बाजार को सीखा है शेयर बाजार को समझा और तब इन्होने शेयर बाजार में निवेश किया तब ये लोग एक सफल निवेशक बने। तो इसी को समझते हुए मै फिर से आपसे कहना चाहूंगा की अगर आप दुसरो के सलाह पर शेयर बाजार में निवेश कर रहे तो आप एक तरह से जुआ खेल रहे है न की निवेश कर रहे है।

और एक मजे की बात बताऊ तो ये भी है की कई लोग ये भी सोचते है की मै आज शेयर बाजार में निवेश करूँगा और अगले दिन मेरा पैसा डबल हो जायेगा और ऐसे लोग ही कंगाल भी हो जाते है। ऐसा बिकुल नहीं होता की आपका पैसा रातो रात डबल हो जायेगा

और यही कारण है की आज अमेरिका में 45 % जब की भारत में केवल 4 % लोग निवेश करते है
इस लिए दुसरो से टिप्स और ट्रिक्स लेने के वजाय अपने ऊपर काम करो , खुद सीखो , तब आप एक सफल निवेशक बनेंगे। चलिए अब आगे बढ़ते है।

6. कंपनी का बिजनेस समझने की कोशिश करें :-

जब आप शेयर बाजार में निवेश करते है और जब शेयर का प्राइस ऊपर या निचे जाती है तो आपको घबराहट होने लगती है की पता नहीं अब क्या होने वाला है। लेकिन जब वही आप बिज़नेस को समझ लेते है बिज़नेस की सर्विस को समझ लेते है की कंपनी क्या बेचती है तो आप शेयर की प्राइस ऊपर या निचे होने से आप नहीं घबराएंगे।


जैसे मान लो की - आपने HUL (Hindustan Uniliver )के शेयर में निवेश किया है तो आपको पता होना चाहिए की -

  • कंपनी किस प्रकार का प्रोडक्ट्स बेचती है।
  • कंपनी सबसे ज्यादा पैसा किस प्रोडक्ट से कमा रही है।
  • कही ऐसा तो नहीं है की कंपनी का सारा प्रॉफिट एक ही प्रोडक्ट पर निर्भर है।
  • कही ऐसा तो नहीं की इस कंपनी पर किसी चीज का दबाव है जिसके कारण कंपनी के व्यवसाय पर असर पड़ सकता है।
जब आप इन सभी बातो का ध्यान रखेंगे तब आपकी एक सफल निवेशकों में गिनती होगी।

लेकिन आपको ये भी लग रहा होगा की मै तो एक निवेशक हु तो मुझे क्या जरूरत है ये सब करने का ये तो बिजनेसमैन का काम है न की मेरा अगर आपको ऐसा लग रहा है तो मै आपको बता दू की दुनिया के सबसे अमीर निवेशक वारेन वफ़ेट ने एक बात कही है कि-

"मैं एक अच्छा निवेशक हूँ क्योंकि मैं एक अच्छा व्यवसायी हूँ
और मैं एक अच्छा व्यवसायी हूँ क्योंकि मैं एक अच्छा निवेशक हूँ ,,

आसान भाषा में कहे तो - अगर आपको सफल निवेशक बनना है तो आपको एक अच्छा बिजनेसमैन बनना पड़ेगा।

यदि आप सोच रहे है की यहाँ पर तो हम बिज़नेस नहीं कर रहे है तो बिजनेसमैन क्यों बनना पड़ेगा तो ऐसा नहीं है की आपको बिज़नेस करना होगा बल्कि आपको बिजनेसमैन की तरह सोचना होगा , रिसर्च करना होगा , चीजों को सीखना होगा।

और हाँ कंपनी के बारे में अच्छे से रिसर्च करे और शेयर बाजार से पैसे कमाए।

अब अगले पॉइंट में वार्षिक रिपोर्ट के बारे में बात करेंगे जिसके जरिये कंपनी के बारे में और अच्छी तरह समझ पाएंगे।

7. वार्षिक रिपोर्ट पढ़ें :- 

वार्षिक रिपोर्ट पढ़ना बहुत जरूरी है क्यों की इससे आपको ये पता चलता है कि -


  • कंपनी क्या करती है,
  • कंपनी किस सेक्टर में काम करते है 
  • कंपनी के प्रॉफिट और लॉसेस क्या है 
  • कंपनी का बिजनेस मॉडल क्या है,
  • कंपनी का इतिहास क्या है,
  • कंपनी का मैनेजमेंट अपनी कंपनी के बारे में क्या सोचता है। 
  • कंपनी को कौन-कौन सी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है
  • कंपनी को सेल्स और प्रॉफिट कमाने में कौन-कौन सी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है
  • और भविष्य में कौन-कौन सी योजनाओं पर कंपनी काम करने वाली है

इन सभी चीजों के बारे में कंपनी की वार्षिक रिपोर्ट विस्तार से बताती है तो अब आप को पता चल ही गया होगा की  किसी भी कंपनी के शेयर में निवेश करने से पहले कंपनी की वार्षिक रिपोर्ट पढ़ना क्यों जरुरी है। 

8. सुनिश्चित करें कि कंपनी का नेट प्रॉफिट साल दर साल बढ़ना चाहिए :-

किसी भी कंपनी का नेट प्रॉफिट (नेट प्रॉफिट किसी कंपनी की टोटल इनकम से उसकी सभी खर्चे और खर्चों को कम करने के बाद बच्चा हुआ पैसा नेट प्रॉफिट होता है ) ही उस कंपनी का ग्रोथ बताता है जब किसी भी कंपनी का नेट प्रॉफिट साल दर साल बढ़ता है तो आपको इस तरह की कम्पनिओ के शेयर खरीद सकते है।

लेकिन कई बार ऐसा भी होता है की कंपनी अपने एसेट्स को भी बेच देती है। जिसके कारण उस कंपनी का मुनाफा उस साल बढ़ा हुआ दीखता है

लेकिन अब सवाल ये आता है कि आप यह कैसे पता करेंगे कि कंपनी ने सच में बिजनेस से पैसा कमाया है या फिर कोई एसेट बेचकर।

आपको यह पता करने के लिए आपको कंपनी की वार्षिक रिपोर्ट या फिर इनकम स्टेटमेंट पढ़ना होगा जिसमें कंपनी के सेल्स(Sales) और प्रॉफिट (Profit) से संबंधित सभी जानकारियों के बारे में विस्तार से बताया गया होता है।

9. कंपनी पर ज्यादा कर्ज भी नहीं होना चाहिए :-

किसी भी कंपनी के शेयर में निवेश करने से पहले हर उस निवेशक को कंपनी का डेट या लोन देखना चाहिए। क्योंकि ज्यादातर कंपनियां ज्यादा कर्ज लेने की वजह से ही bankrupt या दिवालिया हो जाती हैं क्योंकि वह समय पर कर्ज की भरपाई नहीं कर पाते हैं।


इसीलिए जब भी कंपनी की बैलेंस शीट चेक करते है तो उस कंपनी के Assets के अलावा Liabilities को भी जरूर देखें

10. कंपनी का कैश फ्लो पॉजिटिव होना चाहिए :-

अगर किसी कंपनी का कैश फ्लो पॉजिटिव है, तो इसका मतलब है कि कंपनी जितना खर्च कर रही है, उससे ज्यादा कैश जेनरेट कर रही है। दूसरे शब्दों में, कंपनी आर्थिक रूप से स्वस्थ स्थिति में है और उसके पास अपने बिलों का भुगतान करने, अपने संचालन में निवेश करने और संभावित रूप से अपने शेयरधारकों को लाभ वितरित करने के लिए पर्याप्त धन है।

और इस बात का ध्यान दे कंपनी का कैश फ्लो नेगेटिव (Negative) नहीं होना चाहिए 

11. किसी भी कंपनी की सब्सिडियरी ज्यादा नहीं होना चाहिए :-

किसी भी कंपनी की सब्सिडियरी ज्यादा नहीं होना- एक बिजनेस टर्म है जो यह दर्शाता है कि कोई बड़ी कंपनी अपनी सब्सिडियरी को नहीं बढ़ाना चाहती है।

इसका मतलब जब एक कंपनी दूसरी कंपनी को ख़रीदती है या उसे शामिल करती है, तो उसे सब्सिडियरी कहा जाता है। सब्सिडियरी एक अलग वित्तीय UNIT होती है जो मूल कंपनी से संबंधित होती है। इससे मूल कंपनी अपनी स्थिति मजबूत करती है और अपने विभिन्न व्यवसायों को अलग-अलग सब्सिडियरी के माध्यम से संचालित करती है।

जब एक कंपनी की सब्सिडियरी बहुत अधिक होती है, तो यह कंपनी के वित्तीय स्वायत्तता पर असर डालती है। इसके अलावा, बड़ी संख्या में सब्सिडियरी होने से, कंपनी को अपनी प्रबंधन व्यवस्था को नियंत्रित करने में मुश्किल हो सकती है।

12. शेयर की इंटरिंसिक वैल्यू पता करके उसमें निवेश करें :-

शेयर की इंट्रिन्सिक वैल्यू (intrinsic value) उसकी वास्तविक मूल्य होता है जो कि शेयर कंपनी की आय और Divident के आधार पर तय किया जाता है। यह इसके मूल्य को अन्य तत्वों से अलग करता है जैसे कि शेयर की बाजार मूल्य, जो उस समय प्रभावित होता है जब शेयरों की खरीद-बिक्री होती है।

इंट्रिन्सिक वैल्यू का पता लगाने के लिए, कंपनी के वित्तीय रिपोर्ट्स जैसे कि इंकम स्टेटमेंट और बैलेंस शीट चेक कर सकते है

13.  प्रोडक्ट मार्जिन अच्छा होना चाहिए :-

हाँ, किसी भी कंपनी का प्रोडक्ट मार्जिन अच्छा होना चाहिए क्योंकि यह व्यवसाय की डिविडेंट की गुणवत्ता का एक महत्वपूर्ण प्रमाण होता है। अधिक प्रोडक्ट मार्जिन का मतलब होता है कि उत्पादों को बनाने में खर्च कम हो जाते हैं और उनकी बिक्री से ज्यादा मुनाफा होता है। यह व्यवसाय के लिए अधिक आर्थिक संभावनाओं का मतलब होता है और वित्तीय स्थिरता को बढ़ाने में मदद करता है।


एक उदाहरण के रूप में, अगर एक Product को बनाने में  100 रुपये की लगत लगती हैं और उसे बेचने पर 150 रुपये मिलते हैं, तो इसका प्रोडक्ट मार्जिन 33.33% होगा। इस उदाहरण में, उत्पाद की बिक्री से 50 रुपये का मुनाफा होगा जो व्यवसाय के लिए अच्छा होगा।

14.  पोर्टफोलियो को डायवर्सिफाई करें:-

पोर्टफोलियो को डायवर्सिफाई करने से आपके पैसे लूज़ होने की संभावना काम हो जाती है।
 
मेरा कहने का मतलब ये है की अगर आपके पास 20000 हजार रूपये है तो आपको 20000 हजार रूपये केवल एक शेयर में निवेश नहीं करने है बल्कि 10 अलग -अलग शेयरों में दो - दो  हजार रूपये का निवेश करते है तो आपके निवेश किये हुए पैसो पर रिस्क कम हो जाता है।  और अगर इन 10 शेयर में से 4 शेयर भी अच्छा परफॉर्म करता है तो आपको अच्छा प्रॉफिट हो सकता है। 

15.  पेनी स्टॉक्स या सस्ते शेयर खरीदने के चक्कर में ना पड़े :- 

पेनी स्टॉक उसे कहा जाता है जिसकी शेयर प्राइस 10 रूपये या 10 रूपये से कम होती है 

और कई लोग तो सस्ते पेनी स्टॉक के पीछे पड़े रहते है  सस्ते के चक्कर में भंगार शेयर खरीद लेते है जिसमे अंत पैसा डूब जाता है। तो मै आपसे बस यही कहना चाहता हु की इन सब शेयर से दूर रहने में ही अच्छा होगा 

हाँ कुछ पेनी स्टॉक होते १०० में से २-३ जो अच्छा परफॉर्म कर जाते है जिसमे लोग प्रॉफिट बना लेते है लेकिन ज़्यदातर केसेस में लोस्स ही होता है 

किसी अच्छे स्टॉक को चुनो और उसमे इन्वेस्ट करो न की सस्ते के चक्कर में भंगार शेयर में इन्वेस्ट करे

16. कभी भी शेयर बाजार में पूरा पैसा निवेश ना करें :-

मैंने बहुत से लोगों को देखा है जो अपना पूरा पैसा स्टॉक मार्केट में सिर्फ इसीलिए लगा देते हैं क्योंकि वह दूसरों की सुनी सुनाई बातों पर बहुत ज्यादा विश्वास कर लेते हैं और अपने किसी दोस्त या रिश्तेदार के कहने पर सिर्फ इसीलिए पैसा लगा देते हैं क्योंकि उसका पैसा डबल हो गया था। जो की बिलकुल ही गलत है 

आपको पता करना चाहिए की अगर दोस्त का पैसा डबल हुआ है तो कैसे हुआ है उसको जानो समझो बिना समझे हवा में तीर नहीं मारना है आपको

कुछ लोग तो ऐसे भी है जो लोग दोस्तों , रिस्तेदारो , या बैंक से कर्ज लेकर शेयर बाजार में पैसा लगाते है तो उन लोगो को मै एक बात बता दू की ऐसे लोग ही शेयर बाजार में कंगाल हो जाते है 

17.  जिस सेक्टर को आप समझते हैं उसमें निवेश करें :- 

अगर आप निवेश के बारे में सोच रहे हैं तो सबसे पहले आपको वह सेक्टर चुनना होगा जिसमें आपको विश्वास हो और उसे आप अच्छी तरह से समझते हों। उदाहरण के लिए, अगर आपको फाइनेंस सेक्टर का पता है और आप उसमें रुचि रखते हैं, तो आप उसमें निवेश कर सकते हैं।

यदि आप एक बिजनेसमैन हैं, तो आपको अपने विशेषज्ञता के आधार पर सेक्टर का चयन कर सकते है । यदि आप टेक्नोलॉजी से रूबरू हैं तो आप उसमें निवेश कर सकते हैं।

इसके अलावा, आप निवेश करने से पहले उस सेक्टर की अध्ययन और विश्लेषण जरूरत करे आप उस सेक्टर के लिए अधिक जानकारी और समझ हासिल करे जैसे -कि उसकी वर्तमान स्थिति क्या है , भविष्य की संभावनाएं, और अगले कुछ वर्षों में उसमें क्या बदलाव हो सकते हैं।

अंत में, निवेश करने से पहले सेक्टर के लिए जानकारी और समझ होना बहुत जरुरी होता है ताकि आप अपना निवेश ठीक से कर सकें।

18. निवेश करने से पहले इन उपयोगी वेबसाइट के जरिए शेयर की जांच करें :- 

अगर आप कोई शेयर खरीदना चाहते है तो शेयर को खरीदने से पहले उस शेयर की जांच इस वेबसइट के जरिये कर सकते है । 
Screener.in एक वेबसाइट है जो भारतीय शेयर बाजार के निवेशकों को उनकी निवेश की निर्णय लेने में मदद करती  है। यह वेबसाइट निवेशकों को भारतीय शेयर बाजार में उपलब्ध शेयरों की Review करने और उनके बारे में विस्तृत रूप से जानकारी प्रदान करने में मदद करता है।

Screener.in पर आपको कंपनियों के बारे में विस्तृत जानकारी मिल जाएगी जैसे कि उस कंपनी के आर्थिक और वित्तीय प्रदर्शन,इनकम डिटेल ,परिणाम विश्लेषण,share price movement, शेयरों मार्किट वैल्यूएशन ,और शेयर के निवेश गुणवत्ता मापक जैसे कई अन्य मापकों के बारे में।

इस वेबसाइट का उपयोग करना बहुत सरल  है। आपको सिर्फ इस वेबसाइट पर जाकर कंपनी का नाम टाइप करना होता है। स्क्रीनर वेबसाइट फिर आपको उस कंपनी के बारे में विस्तृत जानकारी प्रदान करती है। आप इस जानकारी का उपयोग करके शेयर बाजार में अच्छे निवेश के फैसले ले सकते हैं।

BSE India - यह भारतीय शेयर बाजार से संबंधित विवरण, अपडेट और समाचार प्रदान करता है। आप ऐसे भी देख सकते है। 

19.  ट्रेंड को देखकर निवेश करें :-

Trade को देख कर निवेश करे इसका मतलब ये है की  किसी भी शेयर में जब आप निवेश करते है तो उसके भविष्य को देखे आने वाले समय में उसकी डिमांड क्या होगी ये सब देखे.


जैसे मन लो की आने वाले समय में इलेक्ट्रिक वाहनों का प्रचलन होगा तो इसमें आप ये भी देख सकते है की इलेक्ट्रिक वाहनों को बनाने में किन किन चीजों की आवश्यकता होती है जैसे इलेक्ट्रिक वाहनों को बनाने में बैटरियों की जरुरत पड़ेगी तो आप देख सकते है बैटरी कौन सी कंपनी बनाती है टायर कौन सी कंपनी बनाती है कार को बनाने में स्टील की जरुरत पड़ेगी तो आप देख सकते है स्टील कौन सी कंपनी बनाती है तो इस तरीके से दिमाग को खोल कर एनालिसिस कर के आप निवेश कर सकते है । 

20.  सेक्टर की लीडर कंपनी का शेयर खरीद सकते है।  :-

सेक्टर की लीडर कंपनियों के शेयर खरीदने के फायदे हो सकते हैं, जैसे कि उनके लिए बाजार में बढ़ती मांग के कारण उनका शेयर Price बढ़ता है और उनकी निफ़्टी और सेंसेक्स के इंडेक्स में बड़ा हिस्सा होता है।

हालांकि, इसके बावजूद, शेयर बाजार में निवेश करने से पहले एक खुद की रिसर्च जरूर कर ले। आपको उन लीडर कंपनियों के बारे में जानकारी होनी चाहिए जिनके शेयर आप खरीदने जा रहे हैं, जैसे कि उनकी वित्तीय स्थिति, अनुमानित लाभ और मूल्यों की  विस्तार जाँच करनी चाहिए।

कुछ लीडर कम्पनियो के उदाहरण- Reliance, TCS, Infosys , Hindustan Unilever (HUL), HDFC Bank , etc.


संबंधित सवाल (FAQs)

Q1. शेयर खरीदने से पहले क्या देखना चाहिए?

Ansशेयर खरीदने से पहले इन सब बातों की जांच करनी चाहिए: कंपनी का प्रदर्शन, अर्थव्यवस्था, उद्योग के ट्रेंड्स, Price determinationऔर निवेश के लक्ष्य।

Q2. आपको कैसे पता चलेगा कि कोई स्टॉक अच्छा है?

Ans. एक स्टॉक के अच्छे होने का पता लगाने के लिए कुछ चीजों को ध्यान में रखने होते हैं जैसे कि व्यवसाय के रुप में कम्पनी का उत्पादन, बिक्री, लाभ और निवेश करने वालों की रूचि आदि।

Q3. शेयर बेचने के बाद पैसा कब आता है?

Ans. अधिकतम मामलों में, शेयर बेचने के बाद पैसे आने में दो दिन से तीन दिन लग सकता हैं। इसे ट्रेडिंग के दिन (T+2) के नाम से जाना जाता है। इस समय के दौरान, शेयर बेचने वाले व्यक्ति के बैंक खाता में क्रेडिट किया जाता है और आप पैसे निकाल सकते है।  


मै आशा करता हु की इस पोस्ट को पढ़ने के बाद आपके सारे डाउट क्लियर हो गए होंगे। 












 







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